हार्ट अटैक एक इमरजेंसी स्थिति है, जिसमें तुरंत चिकित्सकीय मदद न मिले तो व्यक्ति की जान भी जा सकती है। हार्ट अटैक आने के बाद का पहला 1 घंटा सबसे महत्वपूर्ण होता है। इस दौरान अगर व्यक्ति को मेडिकल सहायता मिल जाए, तो उसके बचने की संभावना ज्यादा होती है। मगर हार्ट अटैक बताकर नहीं आता है, इसलिए जरूरी नहीं कि जब किसी व्यक्ति को हार्ट अटैक आए, तब उसके आसपास कोई मदद के लिए मौजूद हो या अस्पताल पास हो। अगर कुछ बातों का ध्यान रखा जाए, तो ऐसी इमरजेन्सी स्थिति में भी मरीज खुद की मदद कर सकता है। हम आपको बता रहे हैं कुछ टिप्स जिन्हें अपनाने से हार्ट अटैक के दौरान सर्वाइवल के मौके बढ़ सकते हैं।
लक्षणों को पहचानें
सबसे पहले मरीज को अपने लक्षणों के आधार पर इस बात का अंदाजा लगाना है कि उसे हार्ट अटैक हुआ है या कोई और समस्या है। नैशनल हार्ट, लंग एंड ब्लड इंस्टीट्यूट के अनुसार पुरुषों और महिलाओं में हार्ट अटैक के कुछ सामान्य लक्षण इस प्रकार हैं।
- सांस लेने में परेशानी
- सीने में दर्द, भारीपन या तेज जलन महसूस होना
- शरीर के ऊपरी हिस्से (हाथ, कंधे, पीठ, जबड़े, गर्दन, छाती) आदि में दर्द या अकड़न
- माथे और शरीर से ठंडा पसीना निकलना
- उल्टी और मतली होना
- अचानक से चेतना खोने लगना और आंखों के आगे अंधेरा छा जाना
अकेले में आ जाए हार्ट अटैक तो अपनाएं ये टिप्स
UPMC Health Beat के अनुसार, हार्ट अटैक के समय अगर आप अकेले पड़ जाएं, तो कुछ टिप्स आपका जीवन बचाने में मदद कर सकती हैं।
एस्पिरिन की गोली लें
अगर आपको पहले से हार्ट की बीमारी का पता है, तो अपने साथ हमेशा एस्पिरिन की गोली लेकर चलें। ऊपर बताए गए लक्षणों के महसूस होने पर आपको तुरंत एस्पिरिन की टैबलेट लेनी चाहिए। एस्पिरिन की टैबलेट खून को पतला करती है। इससे आपके शरीर में बना ब्लड क्लॉट टूट जाता है और खून का प्रवाह दोबारा ठीक हो सकता है।
एम्बुलेंस को फोन करें
एस्पिरिन की टैबलेट लेने के बाद तुरंत एम्बुलेंस को फोन करें और अगर संभव हो, तो अपने किसी नजदीकी व्यक्ति को फोन करें, जो तुरंत आप तक पहुंच सके।
गाड़ी चला रहे हैं
अगर आप ड्राइव कर रहे हैं, तो गाड़ी बंद करके तुरंत साइड में खड़े हो जाएं। हार्ट अटैक में कई बार व्यक्ति चेतना खो देता है, जिसके कारण गंभीर एक्सीडेंट हो सकता है।
शरीर का तापमान घटाने की कोशिश करें
अगर आपने टाई और ढेर सारे कपड़े पहन रखे हैं, तो सबसे पहले टाई ढीली करें और शर्ट का बटन आदि खोल लें। इसके बाद संभव हो तो अपने कांख (Armpits) और कलाई पर ठंडे पानी में भीगा हुआ कपड़ा रखें। इससे आपके शरीर का तापमान धीरे-धीरे कम होने लगेगा।न रखें- इनमें से कोई भी टिप इस बात की गारंटी नहीं है कि हार्ट अटैक तुरंत बंद हो जाएगा। मगर हां, एक्सपर्ट्स के अनुसार ऐसा करने पर व्यक्ति को इतना समय जरूर मिल सकता है कि वो अस्पताल तक पहुंच सके। अगर आपको हार्ट की बीमारी है या पहले कोई हार्ट अटैक आ चुका है, तो अपने चिकित्सक से भी इस बारे में जरूर पूछें कि इमरजेंसी स्थिति में आप क्या कर सकते हैं।